आज के इस युग मै बहुत मुश्किल है एक अच्छा मसीही बनना, लेकिन ये इतना भी मुश्किल नही के हम इस पर जय न पा सके। क्योंकि प्रभु का वचन कहता है-
“जो मुझे सामर्थ्य देता है उसमें मैं सब कुछ कर सकता हूँ।” – फिलिप्पियों 4:13
जब हम प्रभु के रास्ते पर पूरे दिल से सच्चाई के साथ चलते है तब प्रभु हमे आप ही अपनी पवित्र आत्मा देता है जिसके द्वारा हम सब कुछ अपनी मुट्ठी मे कर सकते है।
आजकल सबसे ज्यादा परेशान है मसीही बच्चे। जी हां, शैतान सबसे ज्यादा अपनी बुरी चाल चलता है हमारे मसीही बच्चो पर। Teenage एक ऐसी उमर है जब कुछ समझ नही आता के क्या सही और क्या गलत है।
बहुत से बच्चे चाहते तो है की वो प्रभु के रास्ते पर चले लेकिन दोस्तों के बीच मे, स्कूल, कॉलेजों मै अकसर हम दुनिया की बातों मे इतना मन लगा लेते है की हम बहक जाते है और भटक जाते है।
और फिर अंजाम बहुत बुरा होता है, न पढाई मे दिल लगता है ,न सफलता मिलती है, और फिर क्या? उदासी और डिप्प्रेशन हमे इस तरह घेर लेती है की हमारी हालत बद से बद्तर हो जाती है।
अब सवाल ये उठता है की आखिर किस तरह हम इन सबको काबु करे? आखिर कैसे हम मसीही जीवन को और ज्यादा मजबूत बनाऐ?
देखते है वचन क्या कहता है:
“हम को उसमें उसके लहू के द्वारा छुटकारा, अर्थात् अपराधों की क्षमा, उसके उस अनुग्रह के धन के अनुसार मिला है, जिसे उसने सारे ज्ञान और समझ सहित हम पर बहुतायत से किया।” – इफिसियों 1:7-8
प्रभु का वचन सत्य है,यीशु मसीह के लहू मे छुटकारा है। प्रभु के अनुग्रह से हम सब बचाये गए हैं तो क्यो न हम अपने जीवन को बदले?
क्या फर्क पड़ता है की आप बीते दिनों मे क्या थे? यदि आज आप अपने आप को बदल कर प्रभु के चरणो मे आ जाते हो तो क्यो नही प्रभु आप को छुड़ायेगा और आप पर तरस खाएगा।
बेशक वो दया करने वाला प्रभु है।
ये ज़रूर है की एक दिन मे आप खुद को नही बदल सकते तो इसलये आज इस ब्लॉग मे आप सीखोगे के किस तरह step by step आप प्रभु के और करीब जा सकते हो और अपने temptations पर काबू पा सकते हो।
1प्रार्थना
एक मसीही के लिए उसका सबसे बड़ा हथियार है , प्रार्थना। अगर आप खुद मे बदलाव चाहते हो और मसीह मे आगे बढ़ना चाहते हो तो सबसे पहले ज़रूरी है की आप हर दिन प्रार्थना करें।
सुबह उठकर सबसे पहले प्रार्थना करने से आपके जीवन मे जरूर बदलाव आएगा। बहुत से ऐसे लोग है जो ये नही जानते की सुबह सुबह प्रार्थना करने से क्या होता है! वो सोचते है की ये काम यदि बादमे कर लिया जाये तो क्या नुकसान है! दोस्तों, प्रार्थना आप के लिए एक ढाल की तरह काम करती है । जब आप सुबह सबसे पहले प्रभु का नाम लेंगे तो , उसका धन्यवाद करेंगे और अपने सारे गुनाह से तौबा करेंगे , तो प्रभु का आत्मा आपके चारो और एक ऐसा कवच बना लेता है जिससे की शैतान आपको छू नही पाता।
“हे यहोवा, भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी, मैं भोर को प्रार्थना करके तेरी बाट जोहूँगा।” – भजन संहिता 5:3
यहाँ दाउद अपने भजन मे कहता है की भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी, अर्थात निश्चय परमेश्वर भोर को पुकार सुनने वाला प्रभु है। इसलये प्यारे मसीहीयों हमारी प्रातःकालिन प्रार्थना ही हमारे पूरे दिन की ढाल होती है।
इसके बाद ज़रूरी है शाम की प्रार्थना।
आपके दिन भर के काम काज के बाद, शाम के भोजन के बाद कुछ समय परमेश्वर को दें। जी हाँ ये आपकी जिंदगी बदल सकता है।
“किसी भी बात की चिन्ता मत करो; परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख उपस्थित किए जाएँ। तब परमेश्वर की शान्ति, जो सारी समझ से परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।” -फिलिप्पियों 4:6-7
प्रभु जानता है की आपके आत्मा की लालसा क्या है इसलिए वह कहता है की तुम चिंता मत करो बस प्रार्थना करो, क्योंकि ये ही वो चीज है जो तुम्हे प्रभु के और करीब लेकर जा सकती है।
2क्रोध से बचो
क्रोध हम सबकी सबसे बड़ी कमज़ोरी है। और ये ही हमारे नाश का कारण बन जाती है।
क्रोध आपसे पाप करवाती है।
दोस्तों आप चाहे कितनी भी कोशिश करलो प्रभु मे आगे बढ़ने की, एक बार जब आप क्रोध मे आजाते हो सब कुछ भूल कर हम कुछ भी गलत कह जाते है। और ऐसे ही हम पाप कर जाते है। देखते है वचन क्या कहता है:
“क्रोध से परे रह, और जलजलाहट को छोड़ दे! मत कुढ़, उससे बुराई ही निकलेगी।” -भजन संहिता 37:8
क्रोध से अकसर बुराई ही निकलती है। इसलिए अपने गुस्से पर काबू करो।
3नई आदतें उत्पन्न करना
दोस्तों जैसा की मैने आपको बताया क्रोध से बचो , उसी के साथ साथ खुद मे नई आदते पैदा करो। हर दिन सुबह उठ कर ये ही प्रण करो की आज मुझे कुछ नया करना है। आज मुझे प्रभु के लिए नया बनना है।
प्रभु के वचन मे लिखा है:
“जब तक कोई मनुष्य नए सिरे से न जन्मे, वह परमेश्वर का राज्य नहीं देख सकता” (यूहन्ना ३:३)।
कोई भी इंसान एक ही दिन मे नया नही बनता , कोशिश आपको हर दिन करनी होगी।
यदि आप एक मसीही हैं तो ये ज़ाहिर होगा आपके कामों से। सिर्फ sunday को अच्छा बनने से नही, हर दिन , हर समय, आपके जॉब मे, स्कूल मे, घर मे, हर समय परमेश्वर से डर के रहना होगा। क्योंकि नीतिवचन 1:7
“यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है “
4प्रभु को धन्यवाद देना
दोस्तों क्या आप सिर्फ दिन मे एक दो बार प्रार्थना करते है और सिर्फ उसी समय प्रभु को धन्यवाद देते है ?
ऐसा नही, हमे हर समय प्रभु को धन्यवाद देना चाहिए।
खाना खाने से पहले, पानी पीने से पहले, हर एक काम शुरू करने से पहले।
आपके हर सोच विचार मे, प्रभु को महिमा मिलनी चाहिए।
“परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर;” -भजन संहिता 50:14
दोस्तों परमेश्वर धन्यवाद के योग्य है। वह आपकी चाल चलनो को देखता है, जब आप खुद को इसी तरह बदलना शुरू करोगे बहुत जल्द प्रभु की आत्मा आपको छुएगी।
और फिर आपको पवित्र आत्मा आप ही सब कुछ सिखा देगी। धीरे धीरे आप परमेश्वर के और ज्यादा नजदीक हो जाओगे।
विश्वास करो के प्रभु आपको छूएगा और वो सचमुच आश्चर्यकर्म करने की समर्थ रखता है।